


बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की अग्रिम टीम श्री केदारनाथ धाम पहुंच गई है। मंदिर समिति के प्रवक्ता ने कहा कि, श्री केदारनाथ धाम के कपाट आधिकारिक तौर पर 2 मई को फिर से खुलेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। श्री मद्महेश्वर मंदिर (द्वितीय केदार) के कपाट 21 मई को खुलेंगे, और तीसरे केदार, श्री तुंगनाथ मंदिर भी 2 मई को फिर से खुलेंगे।
सीएम धामी बोले- तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे
वहीं 10 अप्रैल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, राज्य की बीजेपी सरकार चार धाम यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह तीर्थयात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही सीएम ने आगे कहा कि, चार धाम यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। मैंने यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी की। बीजेपी नेता धामी ने कहा कि, हम अपने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चार धाम यात्रा हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए जीवन रेखा है।
चार धाम यात्रा सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थों में से एक है
आपको बता दें कि, चार धाम यात्रा सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थों में से एक है। इसमें चार पवित्र हिमालयी मंदिरों की यात्रा शामिल है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ। हिंदी में 'चार' का अर्थ चार और 'धाम' धार्मिक स्थलों को दर्शाता है। ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति को चार धाम यात्रा दक्षिणावर्त दिशा में पूरी करनी चाहिए। इसलिए, तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है, गंगोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ में समाप्त होती है।